फगुआ गीत
१. सीताजीके हात कनके पुचकारी रामजीके हाथे खेले होरी
लछुमन अबिर घोरी खेले रंग बनाइ हो हो …. ।।
२. हो हो राम चले केदली बनमे, बाबु लछुमन संग चले
हो हो सिया जानकीके अंगुरीमे चोट लगे
रामजी हउए लरिका, दरद के हरिहेँ
३. हनुमान तडपिओ न जाए हो,
रामजी बनाबले सेत बान्ह, हनुमान तडपिओ न जाए … ।।
झुमर
जमुना तट राम खेलइअ होरी, जमुना तट
केकरा हाथे कनके पुचकारी हो हो
हो हो केकरा हाथे अविर घोरी
जमुना तट राम खेलइअ होरी, जमुना तट
रामजीके हाथे कनके पुचकारी
हो हो सीताजीके हाथे अबिर घोरी
जमुना तट राम खेलइअ होरी, जमुना तट
-सुरेन्द्र कुमार दास
सभार: गोरखापत्र २०६८ फागुन २४ गते बुधबार
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